UA-158808998-1 Sherlock Holmes ki kahaniya in Hindi - Part 3 - Hindi Kahaniya

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सोमवार, 6 अप्रैल 2020

Sherlock Holmes ki kahaniya in Hindi - Part 3

Sherlock Holmes ki kahaniya in Hindi - Part 3

Sherlock Holmes ki kahaniya in Hindi


(((लेखक परिचय:  सर आर्थर कॉनन डायल, (1859-1930) स्कॉटिश लेखक, आयरिश माता. पिता, इडिबर्ग में जन्मे थे. उन्होंने डाक्टरी की पढ़ाई भी की. लेकिन उन की लेखन प्रतिभा के कारण उन के प्रशंसकों ने उन्हें जासूसी कहानियों की श्रृंखला लिखने के लिए उत्साहित किया. इस के फलस्वरूप उन की जासूसी कहानियों की पहली श्रृंखला ब्रिटेन की स्ट्रेंड पत्रिका में 1891-93 में प्रकाशित हुई. यह श्रृंखला इतनी प्रसिद्ध हुई कि डायल को अपने जासूस शरलॉक होम्स जिस का उन्होंने अंत कर दिया था, उसे दोबारा प्रस्तुत करना पड़ा. इस के अतिरिक्त उन की अन्य पुस्तकें ‘रोडनी स्टोन’, ‘लेस्टिवर्ड’ व ‘पाइजन बैल्ट’ काफी प्रसिद्ध हैं. शरलॉक होम्स की कहानियों की यही विशेषता है कि वे आज भी जासूसी सीखने व सिखाने की कला के लिए मूलभूत स्रोत हैं. शरलॉक होम्स की कहानियों को विभिन्न श्रृंखलाओं में प्रस्तुत किया जा रहा है. 
शरलॉक होम्स का परिचयसर आर्थर कॉनन डायल ने अपने इस प्रसिद्ध खोजी जासूस शरलॉक होम्स के व्यक्तिगत जीवन पर कुछ नहीं लिखा था. फिर भी विभिन्न केसों के हल करते समय होम्स और डा. वॉटसन के आपसी बातचीत के विवरणों से पता चलता है कि उस का जन्म लगभग 1854 में हुआ था. होम्स के अनुसार उस ने अपनी इस खोजी या पता करने (या कहिए सूंघने) की कला को अपनी कालिज की पढ़ाई के दौरान ही ढूंढ़ा था. शुरूशुरू में उस ने नौसिखिए के रूप में कार्य किया फिर अपनी इस खोजी विद्या को अपनी क्लास के मित्र के पिता के आग्रह पर ही उस ने अपना व्यवसाय बनाने का विचार किया था. छह वर्षों तक उस ने विश्वविद्यालय में सलाहकार के रूप में कार्य किया, लेकिन पैसे की तंगी के कारण उस ने डा. वॉटसन के साथ मिल कर 221-बी बेकर स्ट्रीट पर अपना कार्यालय खोला. जहां पर वह अपने ग्राहकों व पुलिस के अधिकारियों व अन्य संबंधित व्यक्तियों से भी मिलता था. होम्स ने डा. वॉटसन के साथ लगभग 23 वर्षों तक कार्य किया. होम्स को ले कर अंतिम कहानी 1908 में लिखी गई थी.)))


Part 3

लौरिस्टन गार्डन का राज

मैं मानता हूं कि अपने साथी के व्यावहारिक सिद्धांतों के इस ताजा सबूत से मैं काफी हैरान था. उस की विश्लेषण करने की काबिलीयत के लिए मेरी उस के प्रति इज्जत काफी बढ़ गई थी. मेरे मन में फिर हलका सा शक रहा गया था कि यह पूरी घटना कहीं पहले से सोचीसमझी तो नहीं थी, मुझे अचरज में डालने के लिए. हालांकि मुझे बेवकूफ बनाने के पीछे उस को क्या फायदा हो सकता था, यह मेरी समझ से परे था. जब मैं ने उस की ओर देखा, वह नोट पढ़ चुका था और उस की आंखों में वही अनमना सपाट खालीपन नजर आया.
                     “आखिर तुम इस नतीजे पर पहुंचे कैसे?” मैं ने पूछा.
                     “कौन सा नतीजा?” उस ने ढिठाई से पूछा, “क्यों, यह कि वह मैरींस का अवकाश प्राप्त सारजेंट था.”
                      “बेकार की बातों के लिए मेरे पास समय नहीं है,” उस ने अशिष्टता से कहा. फिर मुसकरा कर बोला, “मेरी बदतमीजी के लिए मुझे क्षमा करो. तुम ने मेरे विचारों की डोर तोड़ दी. पर यह ठीक ही है, तो तुम वास्तव में नहीं देख पाए कि वह शख्स मैरींस में सारजेंट था?”
                    “सचमुच, नहीं.”
                    “मैं क्यों जान गया, यह बात समझाने से ज्यादा आसान है इस बात को जान लेना. अगर तुम से कहा जाए कि साबित करो कि दो और दो चार होते हैं, तो तुम्हें थोड़ी कठिनाई हो सकती है. फिर भी तुम को मालूम है कि यह तथ्य ठीक है. सड़क के पार से ही मैं ने उस के हाथ के पीछे एक बड़ा नीले रंग का लंगर गोदा हुआ (टैटू) देखा था. उस से मुझे समुद्र का एहसास हुआ. पर उस की चाल में सैनिक का सा रोब था और बड़ीबड़ी मूंछें थीं. इसलिए वह एक मैरीन था. उस में स्वाभिमान था और हुक्म चलाने की आदत. तुम ने देखा होगा कि किस तरह वह अपना सिर उठा कर चल रहा था और अपनी बेंत झुला रहा था. ऐसा लग रहा था कि वह एक इज्जतदार अधेड़ उमर का आदमी है-इन्हीं सारी बातों को मिला कर मुझे यकीन हो गया कि वह एक सारजेंट रहा होगा.”
            “अद्भुत!” मेरे मुंह से निकला.
            “बड़ी साधारण बात है,” होम्स ने कहा. हालांकि उस के भाव से मालूम पड़ रहा था कि मेरी जाहिर हैरानी और तारीफ से वह खुश था. “मैं ने अभीअभी कहा था कि यहां कोई भी अपराधी नहीं है. ऐसा लगता है कि मैं गलत था. इस को देखो.” उस ने मेरी ओर वह नोट फेंका जो कमिश्नर लाया था.
            “क्यों,” मैं ने उस पर नजर दौड़ाते हुए कहा, यह तो भयंकर है!”
            “यह सामान्य से थोड़ा हट कर है,” उस ने शांत भाव से कहा. “क्या तुम जोर से पढ़ कर मुझे सुना सकते हो?”
             मैं ने उस को यह पत्र पढ़ कर सुनाया थाः
            ‘प्रिय मिस्टर शरलॉक होम्स, ब्रिक्सटन रोड से हट कर, तीन, लौरिस्टन गार्डन में रात के समय एक अप्रिय वारदात हुई है. रात के करीब दो बजे गश्त करते चौकीदार ने वहां पर रोशनी देखी. क्योंकि वह खाली घर था, उस को शक हुआ कि जरूर कुछ गड़बड़ है. उस ने दरवाजा खुला पाया और सामने वाले कमरे में, जिस में सामान नहीं था, एक पुरुष की लाश देखी. उस ने अच्छे कपड़े पहने हुए थे और जेब में कई कार्ड थे, जिन पर लिखा हुआ था- ‘एनोच जे. ड्रेबर, क्लीवलैंड, ओहियो, अमेरिका.’ वहां कोई डाका पड़ा नजर नहीं आ रहा था, न ही वहां इस बात का कोई सबूत है कि उस व्यक्ति की मौत कैसे हुई. कमरे में खून के निशान हैं, पर लाश पर कोई जख्म नहीं है. हमें समझ में नहीं आ रहा कि वह लाश इस खाली घर में कैसे आई. बल्कि यह पूरा मामला ही पेचीदा है.
             अगर बारह बजे से पहले किसी भी समय तुम वहां पहुंचोगे, तो मैं वहां मिलूंगा. मैं ने सब कुछ ज्यों का त्यों छोड़ रखा है- जब तक कि तुम से कोई खबर नहीं मिलती. अगर तुम नहीं आ सकते तो मैं तुम को पूरी जानकारी दे दूंगा और अगर तुम मुझे अपनी राय  दोगे, तो मैं उसे तुम्हारी बड़ी मेहरबानी समझूंगा. तुम्हारा, टोबियास ग्रेगसन.’
            “स्कॉटलैंड यार्डरों में ग्रेगसन सब से स्मार्ट है,” मेरे मित्र ने टिप्पणी की. “निकम्मे लोगों में वह और लेस्ट्रेड सब से अच्छे हैं. दोनों ही चुस्त और फुरतीले हैं, पर उन के तरीके चौंकाने की हद तक पुराने हैं. वे एकदूसरे की पीठ में छुरा भोंकते रहते हैं. दो सुंदरियों की तरह वे आपस में ईर्ष्या करते हैं. अगर वे दोनों ही इस मामले की छानबीन करने लगे, तो इस मामले में मजा आ जाएगा.”
             उस के बात करने के शांत भाव से मैं भौचक्का था. “अब एक क्षण की भी देर नहीं होनी चाहिए,” मैं बोल उठा, “क्या तुम्हारे लिए टैक्सी का प्रबंध करूं?”
             “मुझे पक्का नहीं मालूम कि मैं जाऊंगा या नहीं. मैं बेहद आलसी हूं. जब मुझे दौरा चढ़ता है, तो कभीकभी मैं काफी फुरतीला भी हो सकता हूं.”
             “क्यों, यह तो वही मौका है, जिस का तुम को इंतजार था.” माई डियर, इस से मुझे क्या फर्क पड़ता है? मान लो, मैं इस मामले की गुत्थी सुलझा भी लेता हूं, तो यकीन मानो कि लेस्ट्रेड, ग्रेगसन और कंपनी इस का पूरा श्रेय अपनी जेब में रख लेगी. अनधिकृत व्यक्ति होने का यही नतीजा होता है.”
             “पर वह तो तुम से मदद मांग रहा है.”
             “हां, वह जानता है कि मैं उस से ज्यादा काबिल हूं और यह बात मेरे सामने मानता भी है, पर किसी तीसरे के सामने यह बात मानने से पहले वह अपनी जीभ काट लेगा. फिर भी हमें एक बार जा कर देखना होगा. मैं इस मामले को अपनेआप ही सुलझा दूंगा और कुछ नहीं तो मैं उन पर हंस तो सकता हूं. चलो आओ.”
              उस ने जल्दी से अपना ओवरकोट पहना और इधरउधर जल्दीजल्दी ऐसे काम करने लगा, मानो उस पर फुरती का दौरा चढ़ गया हो.
             “अपना हैट ले आओ,” वह बोला. “तुम चाहते हो कि मैं आऊं?”
             “हां, अगर तुम्हारे पास करने के लिए और कुछ नहीं हो तो.” एक मिनट बाद हम दोनों एक हैनसन में बैठे तेजी से ब्रिक्सटन रोड की ओर चले जा रहे थे.
              वह एक बदली भरे कोहरे की सुबह थी और घरों के ऊपर एक मटमैले रंग की चादर सी पड़ी थी, मानो नीचे बिछी मटमैली सड़कों की परछाईं पड़ रही हो. मेरा मित्र काफी प्रसन्नचित्त था. वह क्रेमोना फिडल्स, अमाटी और स्कैनडिनेवियन के बारे में बताता रहा. जहां तक मेरा सवाल था, मैं चुप था क्योंकि उस बदरंग मौसम और हमारे मकसद की गंभीरता के कारण मेरा मन खराब हो रहा था.
              “तुम इस मामले पर ज्यादा विचार नहीं कर रहे हो,” आखिर में मैं ने होम्स के संगीत संबंधी वार्तालाप को टोकते हुए कहा.
               “अभी कोई जानकारी नहीं है,” उस ने उत्तर दिया, सभी सबूत इकट्ठा होने से पहले किसी निष्कर्ष पर पहुंचना बहुत बड़ी गलती है, इस से न्याय पक्षपातपूर्ण हो जाता है.”
              “तुम्हारे पास सभी जानकारी जल्दी ही पहुंच जाएगी.” मैं ने अंगुली से इशारा करते हुए टिप्पणी की, यह ब्रिक्सटन रोड है और यह वह घर है, अगर मैं गलत नहीं हूं, तो.”
              “यह तो है. रोको, ड्राइवर, रोको!” हम अब भी वहां से लगभग सत्तर मीटर दूर थे, पर उस ने जिद कर के हमें वहीं पर उतर जाने को कहा और बाकी यात्रा हम ने पैदल पूरी की.
              नंबर तीन, लौरिस्टन गार्डन, मनहूस और भयावह सा दिखाई पड़ रहा था. सड़क से थोड़ा हट कर स्थित चार घरों में से वह एक था, जिन में दो घर भरे हुए थे और दो खाली. इन घरों की तीन मंजिला खाली, उदास सी खिड़कियों में कहींकहीं ‘टू लेट’ का बोर्ड लगा था, मानो धुंधले कांच पर मोतियाबिंद उभर आया हो. एक छोटे से बगीचे में बीमार पौधे बेतरतीबी से उग आए थे और वह इन में से हर घर को सड़क से अलग कर रहा था. पीले से रंग की एक पगडंडी उसे काट रही थी, जो शायद मिट्टी और कंकड़ के मिश्रण से बनी थी. सारी रात होने वाली बरसात की वजह से पूरी जगह में किचकिच हो रही थी. बगीचे के चारों ओर करीब एक मीटर की ईंटों की दीवार थी, जिस के ऊपर लकड़ी के फट्टे लगे हुए थे और इस दीवार के सहारे पुलिस का एक वीर कांस्टेबिल खड़ा था, जिस को कुछ लोफरनुमा लोग घेरे खड़े थे. ये लोग गरदन उचका व आंखों पर जोर दे कर अंदर हो रही गतिविधियों की झलक पाने की कोशिश कर रहे थे.
               मैं ने सोचा था कि शरलॉक होम्स तुरंत ही घर के भीतर दौड़ा चला जाएगा और रहस्य की गहराई के अध्ययन में खो जाएगा. पर उस का ऐसा कोई इरादा नहीं था. निर्विकार भाव से वह पगडंडी पर चहलकदमी करता रहा और शून्य भाव से जमीन और आसमान और सामने घरों और लोहे के बाड़ों की ओर देखता रहा.                      अपना निरीक्षण खत्म करने के बाद वह धीरेधीरे पगडंडी पर या यूं कहिए कि उस के किनारे उगी घास पर, आंखें जमीन पर टिकाए, बढ़ने लगा. दो बार वह रुका और एक बार मैं ने उस को मुसकराते हुए देखा और संतोष प्रकट करते सुना. गीली मिट्टी पर अनेक पैरों के निशान थे, पर क्योंकि उस पर से पुलिस आजा रही थी, मैं यह देख सकने में असमर्थ था कि मेरा मित्र उस में से कुछ भी जानकारी प्राप्त करने की आशा कैसे कर सकता था. फिर भी उस की भांपने की शक्ति के इतने ज्यादा अद्भुत प्रमाण मुझे मिल चुके थे कि मेरे मन में कोई संशय नहीं था कि जो मेरे लिए छिपा हुआ था, वह सब उस को दिखलाई पड़ सकता था.
             घर के दरवाजे पर हाथ में नोटबुक लिए एक लंबा, सफेद चेहरे और सुनहरे बालों वाला आदमी मिला, जिस ने तपाक से आगे बढ़ कर मेरे मित्र से गरमजोशी से हाथ मिलाया. “बड़ी मेहरबानी जो आप यहां आए.” वह बोला, “मैं ने सब कुछ अनछुआ और ज्यों का त्यों छोड़ दिया है.”
             “इस के अलावा!” मेरे मित्र ने पगडंडी की ओर इशारा करते हुए कहा. “इस पर से भैंसों का झुंड गुजरने से भी ज्यादा गंदगी नहीं फैलती. फिर भी, इस में कोई शक नहीं कि तुम ने अपने निष्कर्ष निकाल लिए हैं, हमें यहां आने की अनुमति देने से पहले, ग्रेगसन.”
             “घर के अंदर मुझे इतना करना पड़ा,” उस जासूस ने टालते हुए कहा, “मेरा मित्र मिस्टर लेस्ट्रेड यहां पर है. इस मामले को देखने के लिए मैं ने इस पर भरोसा किया है.”
              “होम्स ने मेरी ओर नजर डाली और तिरस्कार से उस की भौंहें तन गईं. तुम्हारे और लेस्ट्रेड जैसी दो हस्तियों के मैदान में होते हुए, किसी तीसरी पार्टी के लिए ढूंढ़ने को कुछ नहीं रह जाएगा,” वह बोला.
               ग्रेगसन ने आत्मसंतोष से अपने हाथ मले, “मैं सोचता हूं कि हम ने वह सब कर लिया है जो किया जाना चाहिए था,” उस ने उत्तर दिया. “हालांकि यह एक विचित्र मामला है और ऐसी बातों में तुम्हारी रुचि मुझ को मालूम थी.”
            “तुम यहां पर कैब (किराए की गाड़ी) में तो नहीं आए थे? “शरलॉक होम्स ने पूछा.
            “नहीं, सर.”
            “न लेस्ट्रेड.”
            “नहीं, सर.”
           “फिर चल कर कमरे को देखते हैं.” इस निरर्थक टिप्पणी के बाद उस ने कमरे में कदम रखा. ग्रेगसन उस के पीछेपीछे, चेहरे पर विस्मय के भाव लिए आया.
            एक छोटा सा खाली और धूलभरा गलियारा उन को किचन और आफिस की ओर ले गया. दो दरवाजे बाएं और दाएं खुलते थे. उन में से एक जाहिर था कि कई हफ्तों से बंद था. दूसरा कमरा डाईनिंगरूम था, जहां वह रहस्यमयी घटना घटी थी. होम्स अंदर घुसा और मैं उस के पीछेपीछे भारी मन से चला, जैसा मृत्यु की मौजूदगी में महसूस होता है.
            वह एक बड़ा सा चौकोर कमरा था, जो फर्नीचर की गैरमौजूदगी में और भी बड़ा लग रहा था. एक घटिया सा कागज दीवारों पर चिपका था, पर काई की वजह से वह जगहजगह से गला हुआ था और जगहजगह पर बड़ीबड़ी कतरनें अलग हो कर लटक रही थीं और नीचे के पीले प्लास्टर को दर्शा रही थीं. दरवाजे के सामने दिखावटी सा फायरप्लेस था, जो नकली सफेद संगमरमर के पत्थर से जड़ा था. इस के एक कोने में लाल रंग की मोमबत्ती का ठूंठ चिपका हुआ था. एकमात्र खिड़की इतनी गंदी थी कि उस में से आ रही रोशनी इतनी धुंधली थी कि हर चीज मटमैली सी नजर आ रही थी. इस मटमैलेपन को धूल की वह मोटी परत और भी बढ़ा रही थी, जिस ने पूरे अपार्टमेंट को ढक रखा था.
                  ये सारी बातें मुझे बाद में नजर आईं. फिलहाल तो मेरा सारा ध्यान केंद्रित था उस अकेले खामोश निश्चल जीव पर, जो खाली, पथराई आंखें बदरंगी छत पर गड़ाए हुए लकड़ी के फर्श पर चित्त पड़ा था. यह शरीर एक ऐसे शख्स का था, जो उमर में लगभग तैंतालीस या चौंवालीस वर्षों का रहा होगा. जिस की औसत कद काठी, चौड़े कंधे, घने, काले घुंघराले बाल और एक छोटी सी उगती दाढ़ी थी. वह एक भारी सा चौड़े कपड़े का फ्रॉककोट और बासकट (कुरती) पहने था. उस की पतलून हलके रंग की और कॉलर और आस्तीन बिलकुल साफ थे. उस के पास, जमीन पर ठीक से झाड़ा गया टॉप हैट पड़ा था.
                  उस की मुट्ठियां भिंची हुई थीं. उस के हाथ छाती पर पड़े थे और उस के पैर आपस में गुंथे हुए थे, मानो मौत से उस की लड़ाई काफी तकलीफदेह थी. उस के शिथिल चेहरे पर डर के भाव थे और जैसा मुझ को दिखाई पड़ा, ऐसी नफरत के, जैसी मैं ने पहले कभी किसी इनसान के चेहरे पर नहीं देखी थी. यह भयावह विद्रूपता, छोटा माथा, चपटी नाक और बाहर की ओर निकला जबड़ा उस मरे हुए आदमी को अजीब बंदरनुमा बना रहे थे और अस्वाभाविक रूप से ऐंठी हुई मुद्रा से वह और भी ज्यादा बंदरनुमा लग रहा था. मैं ने मृत्यु को कई रूपों में देखा है, पर मुझे वह कभी भी इतनी डरावनी नहीं दिखी. जितनी इस अंधेरे, गंदे अपार्टमेंट में लगी, जो लंदन के उपनगरीय इलाके की एक प्रमुख गली में खुलता था.
                   लेस्ट्रेड, जो हमेशा की तरह पतला और नेवलानुमा था, दरवाजे पर खड़ा था और उस ने मेरा और मेरे मित्र का अभिवादन किया.
                   “यह केस हलचल पैदा कर देगा, सर.” उस ने टिप्पणी की, आज तक मैं ने जो भी केस देखे हैं, यह केस उन सब से ज्यादा पेचीदा है और मैं कोई नौसिखिया नहीं हूं.”
                   “कोई भी सुराग नहीं है?” ग्रेगसन ने कहा, “कोई भी नहीं.” लेस्ट्रेड चहका.
                    शरलॉक होम्स लाश के पास गया और घुटनों के बल बैठ कर गौर से निरीक्षण किया. “तुम को अच्छी तरह मालूम है कि कोई घाव नहीं है?” उस ने चारों ओर लगे हुए खून के धब्बों की तरफ इशारा करते हुए पूछा.
                  “बिलकुल!” दोनों जासूस जोर से बोल पड़े. “फिर तो यह खून किसी दूसरे शख्स का है- शायद हत्यारे का. अगर हत्या हुई है तो यह मुझे सन् 34 में यूट्रेट में हुई वॉन जानसेन की मौत के हालातों की याद दिलाता है. तुम को वह केस याद है न, ग्रेगसन?”
                  “नहीं, सर.”
                  “उस को पढ़ डालो- तुम को पढ़ना ही चाहिए. इस सूरज के नीचे कुछ भी नया नहीं है. यह सब कुछ पहले भी किया जा चुका है.”
                   बोलते समय उस की फुरतीली अंगुलियां इधरउधर, चारों ओर चल रही थीं- टटोलती, दबाती, खोलती, परीक्षण करतीं, जबकि उस की आंखों में वह खोयाखोया सा भाव था, जिस का मैं जिक्र कर चुका हूं. परीक्षण इतनी फुरती से किया गया कि कोई उस बारीकी का अंदाज नहीं लगा सकता था, जिस बारीकी से इसे अंजाम दिया गया था. आखिरकार, उस ने मरे हुए व्यक्ति के होंठों को सूंघा और फिर उस के पेटेंट चमड़े के बूटों के तलवे पर नजर डाली.
                   “इस को बिलकुल भी हिलायाडुलाया नहीं गया है?” उस ने पूछा.
                   “बस उतना ही, जितना हमारे परीक्षण के लिए जरूरी था.”
                   “अब इसे शवगृह में ले जा सकते हो,” उस ने कहा, “और जानने के लिए कुछ भी बाकी नहीं रह गया है.”
                     ग्रेगसन के पास एक स्ट्रेचर और चार आदमी थे. उस के बुलाने पर उन्होंने कमरे में प्रवेश किया और अजनबी को उठा कर बाहर ले गए. जब उन्होंने उसे उठाया, एक अंगूठी खनकती हुई नीचे गिर कर लुढ़कने लगी. लेस्ट्रेड ने उस को उठाया और अचरज से उस को देखने लगा.
                    “यहां पर एक औरत थी.” वह चिल्लाया, यह एक औरत की शादी की अंगूठी है.”
                    बोलते हुए उस ने वह अंगूठी हथेली पर रख कर आगे दिखाई. हम सब ने उस को घेर लिया और अंगूठी देखने लगे, इस में कोई शक नहीं था कि सोने का वह सादा सा छल्ला कभी किसी दुलहन की अंगुली की शोभा था.
            “यह मामले को और भी पेचीदा कर देता है.” ग्रेगसन ने कहा, “यह केस काफी उलझा हुआ था. पर इस अंगूठी ने तो और भी उलझन में डाल दिया.”
             “क्या तुम्हें यकीन है कि इस से केस सुलझाने में मदद नहीं मिलेगी?” होम्स ने टिप्पणी की, “अब इस को घूरते रहने से कुछ नहीं मिलेगा. इस की जेबों में तुम को क्या मिला?”
              “वह सब कुछ हम ने यहां पर रखा हुआ है.” सब से नीची सीढ़ी पर बेतरतीबी से फैली चीजों की ओर इशारा करते हुए ग्रेगसन ने कहा. लंदन के बारोड की 97163 नंबर की सोने की घड़ी. एक अलबर्ट सोने की चेन, बहुत भारी और ठोस, एक जड़ाऊ सोने की अंगूठी. एक सोने की पिन, जिस पर बुलडॉग का सिर अंकित है और आंखों की जगह लाल मणियां जड़ी हैं. एक रूसी चमड़े का कार्डकेस है, जिस में एनोच जे. ड्रेबर के कार्ड हैं, जो क्लीवलैंड का है और कपड़ों पर भी मिलतेजुलते अक्षर छपे हैं. कोई पर्स तो नहीं है, पर कुछ खुले सिक्के हैं- लगभग सात पाउंड तेरह की कीमत के. बोकेशियों के डेकामेरॉन का लघु संस्मरण है, जिस के पहले पन्ने पर जोसफ स्टेंजरसन का नाम है. दो पत्र हैं, एक ई. जे. ड्रेबर के नाम और दूसरा जोसफ स्ट्रेंजरसन के.
             “किस पते पर?”
             “अमेरिकन एक्सचेंज, स्ट्रेंड- ये दोनों गोअन स्टीमशिप कंपनी से हैं और लिवरपूल से नाव चलने के संदर्भ में है. यह साफ है कि यह बदनसीब आदमी वापस न्यूयॉर्क जाने वाला था.”
             “क्या तुम ने स्टेंजरसन नाम के व्यक्ति के बारे में खोजबीन की है?”
             “मैं ने फौरन ही की थी, सर.” ग्रेगसन ने कहा, “मैं ने सभी अखबारों में विज्ञापन भेज दिए हैं और मेरा एक आदमी अमेरिकन एक्सचेंज गया है, पर वह अभी तक लौटा नहीं है.”
             “क्या तुम ने क्लीवलैंड भेजा है?”
             “हम ने इसी सुबह तार भेजा था.”
             “अपनी पूछताछ आप ने किन शब्दों में की?”
             “हम ने सिर्फ हालातों का ब्योरा दिया था और कहा था कि हमें मदद देने वाली किसी भी जानकारी के हम आभारी होंगे.”
             “तुम ने ऐसी किसी भी बात की जानकारी नहीं मांगी, जो तुम्हें अहम लगती थी?”
             “मैं ने स्टेंजरसन के बारे में पूछा.”
             “और कुछ नहीं? क्या ऐसा कुछ नहीं है, जिस पर यह केस आधारित नजर आता है? क्या तुम फिर से तार नहीं भेजोगे?”
             “मुझे जो कुछ भी कहना है, वह मैं ने कह दिया है,” ग्रेगसन ने चोट खाई आवाज में कहा.
              शरलॉक होम्स मन ही मन हंसा. ऐसा लगा मानो वह कोई टिप्पणी करेगा कि तभी गर्व से हाथ मलता हुआ तथा आत्मसंतुष्टि का भाव लिए लेस्ट्रेड घटनास्थल पर पहुंचा जो उस वक्त आगे वाले कमरे में था, जब हम हॉल में बातचीत कर रहे थे.
              “मिस्टर ग्रेगसन,” वह बोला, मैं ने एक बड़ी महत्त्वपूर्ण खोज की है. अगर मैं ने दीवारों का गौर से परीक्षण नहीं किया होता, तो यह नजरअंदाज हो गई होती.”
               बोलते वक्त उस छोटे से आदमी की आंखें चमक रही थीं और साफतौर पर वह अपने सहयोगी से एक हाथ आगे निकल जाने की खुशी को दबा रहा था.
              “इधर आओ,” कमरे में वापस जाते हुए वह बोला, “जो उस बीभत्स लाश के हटा दिए जाने के बाद पहले से ज्यादा साफ लग रहा था. उधर खड़े हो जाओ!”
               “इस को देखो!” विजयी भाव से उस ने कहा- मैं बता चुका हूं कि दीवार का कागज टुकड़ोंटुकड़ों में कट कर गिर चुका था. कमरे के इस वाले कोने में एक बड़ा सा टुकड़ा टूट चुका था, जिस से बदरंग प्लास्टर का पीला चौकोर भाग झांक रहा था. इस खाली जगह पर खूनी रंग से एक शब्द लिखा था: रेशे
               “इस के बारे में क्या सोचते हो?” अपनी कलाकृति की नुमाइश करते किसी चित्रकार जैसे अंदाज में जासूस ने कहा, “इस को इसलिए नजरअंदाज किया गया क्योंकि यह कमरे के सब से अंधेरे कोने में था और किसी ने सोचा भी नहीं कि वहां देखा जाए. हत्यारे या हत्यारिन ने इसे अपने खून से लिखा है. यह धब्बा देखो, जहां से यह दीवार से टपका था!
                “इस से वैसे भी आत्महत्या की बात खत्म हो जाती है. लिखने के लिए यही कोना क्यों चुना गया? मैं बताता हूं. मैंटलपीस पर यह मोमबत्ती देख रहे हो? यह उस वक्त जल रही थी और अगर यह जल रही थी, तो इस कोने में अंधेरे की जगह सब से ज्यादा रोशनी होगी.”
                “और अब जब तुम ने इसे ढूंढ़ ही लिया है, तो इस का क्या मतलब हो सकता है?” ग्रेगसन ने तिरस्कार से पूछा.
                “मतलब? क्यों, इस का मतलब है कि लिखने वाला रेशेल नाम की महिला का नाम लिखने वाला था, पर पूरा करने के पहले ही कोई विघ्न पड़ गया. मेरे शब्द याद रखना, जब यह मामला सुलझ जाएगा, तब पता चलेगा कि रेशेल नाम की किसी महिला का इस से संबंध था. आप हंस रहे हैं तो ठीक है, मिस्टर शरलॉक होम्स. आप बहुत स्मार्ट और होशियार हो सकते हैं, पर सब के कहने, करने के बाद यह बूढ़ा ही सब से अच्छा साबित होता है.”
               “मैं सचमुच तुम से माफी चाहता हूं,” मेरे अचानक हंस पड़ने से उस छोटे से आदमी के गुस्से को हवा मिल गई थी. यह बात खोज निकालने का श्रेय हम सब में तुम्हीं को जाता है और जैसा तुम कह रहे हो, यह भी साफ दिखाई पड़ रहा है कि यह पिछली रात के रहस्य में शामिल दूसरे व्यक्ति ने लिखा है. इस कमरे का जायजा लेने का मुझे अभी वक्त नहीं मिला है, पर तुम्हारी अनुमति से मैं अब ऐसा कर लेता हूं.”
                बोलतेबोलते उस ने अपनी जेब से एक नापने का फीता और बड़ा सा आतसी शीशा (मैग्नीफाइंग ग्लास) निकाला. इन दोनों औजारों के साथ वह चुपचाप चहलकदमी करने लगा- कभी रुकता, कभी घुटनों के बल बैठता और एक बार मुंह के बल लेट गया. अपने काम में वह इतना मशगूल था कि जान पड़ रहा था कि वह हमारी उपस्थिति भूल चुका है, क्योंकि पूरा समय वह अपने से बुदबुदाता रहा. कभी उत्तेजना से चिल्ला पड़ता, कभी कराहता, कभी सीटी बजाता, कभी उम्मीद और प्रोत्साहन दर्शाती आवाजें निकालता. उस को देखते हुए मुझे अकस्मात ही अच्छी नस्ल और प्रशिक्षण प्राप्त फॉक्सहाउंड की याद आ गई, जो किकियाता हुआ अपनी झाड़ी में आगे से पीछे दौड़ता हुआ किसी खोई हुई गंध की खोज का प्रयत्न करता है.
                बीस मिनट या उस से ज्यादा समय तक वह छानबीन करता रहा. बड़े ही ध्यानपूर्वक उन निशानों के बीच की दूरी तय करता हुआ, जो मेरे लिए बिलकुल अदृश्य थे. वह कभीकभी दीवारों पर भी अपना फीता लगा कर नापता था, जो कि मेरी समझ से परे था. एक जगह उस ने बहुत ध्यान से जमीन पर से भूरी मिट्टी का छोटा सा ढेर उठा कर एक लिफाफे में बंद कर लिया, आखिर में उस ने अपने शीशे से दीवार पर लिखे शब्दों को गौर से देखा और हर अक्षर को बेहद बारीकी से जांचा. ऐसा कर के वह संतुष्ट दिखाई पड़ा, क्योंकि उस ने टेप (फीता) और शीशा अपनी जेब में रख लिया.
              “कहते हैं कि जीनियसों में कठिनाई फैलाने की अद्भुत क्षमता होती है,” मुसकराते हुए उस ने टिप्पणी की, “यह एक बेकार परिभाषा है, पर जासूसी के काम पर तो लागू होती है.”
              ग्रेगसन और लेस्ट्रेड ने अपने सहयोगी के कारनामों को कुछकुछ कौतूहल और कुछ तिरस्कार से देखा था. जाहिर था कि वे उस बात को सराह नहीं पा रहे थे, जो मुझे महसूस हो रहा था. शरलॉक होम्स की हर छोटी से छोटी क्रिया किसी निश्चित लक्ष्य की ओर इशारा करती थी.
             “इस के बारे में आप क्या सोचते हैं, सर?” उन दोनों ने पूछा.
             “अगर मैं तुम लोगों की मदद करने के लिए सोचूं, तो इस का मतलब होगा कि मैं तुम दोनों से केस का श्रेय छीन रहा हूं.” मेरे मित्र ने टिप्पणी की, “तुम लोग इतना बढ़िया काम कर रहे हो कि किसी का भी इस में दखल देना गलत होगा.” बोलते समय उस की आवाज में व्यंग्य छिपा हुआ था. “अगर तुम अपनी छानबीन की जानकारी मुझे देते रहोगे,” वह आगे बोला, “तो तुम को किसी भी तरह की मदद देने में मुझे खुशी होगी. इस बीच मैं उस कांस्टेबिल से बात करना चाहूंगा, जिसे यह लाश मिली थी. क्या तुम उस का नाम और पता दे सकते हो?”
          लेस्ट्रेड ने अपनी नोटबुक पर निगाह डाली. जॉन रेंस.” वह बोला, “इस समय वह ड्यूटी पर नहीं है.”
         “तुम्हें वह 46, ऑडले कोर्ट, कोनिंगटन पार्क गेट पर मिलेगा.”
           होम्स ने इस पते को लिख लिया.
           “चलो डाक्टर,” वह बोला, हम जा कर उस से मिलते हैं, मैं तुम्हें एक बात बताता हूं जिस से इस केस में तुम को मदद मिलेगी,” जासूसों की तरफ मुड़ कर वह बोला, “यहां पर हत्या हुई है और हत्यारा एक आदमी था. वह करीब दो मीटर से ज्यादा लंबा युवक था. “अपनी लंबाई के अनुपात से छोटे पैरों वाला था, चौकोर पंजों वाले घटिया बूट पहने था और ट्रिशनोपोली सिगार पीता था. वह चार पहियों वाली गाड़ी में अपने शिकार के साथ यहां आया था, जिस को एक घोड़ा खींच रहा था, जिस की तीन नालें पुरानी थीं और पिछले खुर की एक नाल नई थी. जहां तक मैं सोचता हूं, हत्यारे का चेहरा लाल था और उस के दाएं हाथ की अंगुलियों के नाखून बेहद लंबे थे. ये कुछ संभावनाएं ही हैं, पर इन से तुम को मदद मिल सकती है.”
          लेस्ट्रेड और ग्रेगसन ने एकदूसरे की ओर अविश्वास भरी मुसकराहट से देखा.
          “अगर इस आदमी की हत्या हुई है, तो कैसे हुई?” पहले ने पूछा.
          “जहर.” शरलॉक होम्स ने रुखाई से कहा और चला गया. दरवाजे पर रुक कर मुड़ते हुए उस ने कहा, “एक और बात, लेस्ट्रेड, ‘रेशे’ का जर्मन में अर्थ है- ‘बदला’, इसलिए किसी मिस रेशेल की तलाश में अपना वक्त बरबाद मत करना.”
           इस झनझनाते तीर के बाद वह अपने दोनों प्रतिद्वंद्वियों को ठगा सा छोड़ कर चला गया.

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